जगह जगह राखड़ एवम धूल उड़ने से हो रही दुर्घटनायें
प्रशासनिक कमजोरी का हर्जाना भुगत रही जनता
बरपाली (आधार स्तंभ) – पिछले कई सालों से चाम्पा से कोरबा के मध्य एक सड़क का निर्माण टुकड़ों में चल रहा है, जिसका नाम राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी है। जो काफी बार अपने अनियमित तरीके से सड़क निर्माण के लिए सुर्खियों में रहा है। इस सड़क निर्माण में देरी का मुख्य कारण प्रशासन द्वारा मुआवजा वितरण की सुस्ती है।
आज दिनांक तक अधिग्रहण से प्रभावित सभी लोगो को मुआवजा प्राप्त नहीं हो पाया है। जिस जिस स्थान पर मुआवजा के वितरण का कार्य पूर्व में पूर्ण कर लिया गया है वहा सड़क बन कर पूर्णतः तैयार हो चुकी है परंतु जिन स्थानों में प्रशासन द्वारा अभी तक मुआवजा वितरण का कार्य पूर्ण नही किया गया है वहां सड़क के नाम पर कुछ भी नहीं बचा है जिससे मार्ग में चलने वाले यात्रियों को धूल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार के द्वारा पानी का छिड़काव किया जा रहा है किंतु गर्मी के दिनो मे सड़क पर छिड़के गए पानी को हवा होने में समय नही लगता।
प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण चाम्पा से कोरबा के बीच पड़ने वाले कई गांवों के मुख्य चौक के पास की ही सड़क नहीं बन पाई है जिसके कारण आम जनता काफी परेशान है। लोगो को प्रशासनिक निष्क्रियता का हर्जाना अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। सड़क किनारे के व्यापारियों का कहना है कि सालों से उनका पूरा व्यापार प्रभावित हो रहा है और भारी नुकसान सहना पड़ रहा है।
क्या कहती है प्रभावित जनता

जायसवाल ढाबा के संचालक घनश्याम जायसवाल का कहना है कि हमारे दुकान के मुआवजे का प्रकाशन हो गया है। अगर मुआवजा जल्दी मिल जायेगा तो जगह खाली कर देंगे बरसात लगने पर यदि मुआवजा दिया जाएगा तो हम खाली नही करेंगे । बहुत परेशानी हो रही है, धंधा बुरी तरह प्रभावित हो गया है।

व्यापारी रामावतार अग्रवाल का कहना है कि मेरा भी दुकान सड़क में जा रहा है, मुआवजा के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिला है। मुआवजा नहीं मिलने से बहुत परेशान हूँ, सारा दिन बैठ के धूल फांकना पड़ रहा है। प्रशासन को चाहिए की जल्दी से जल्दी मुआवजा प्रकरणों को सुलझाए।

होटल संचालक रघु नंदन प्रजापति का कहना है कि मेरे मकान को नेशनल हाईवे 149 बी के लिए अधिग्रहित किया गया है पर मुआवजा राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है, जिस कारण मेरा व्यवसाय ठप्प हो चुका है। मेरा होटल और घर टूट रहा है ये रोड में जाने वाला है इसलिए ये घर का मरम्मत नही करवा पा रहा हूं और मुआवजा नहीं आने के कारण नया घर भी नहीं बनवा पा रहा हूं।
इसके अलावा भी कई सारे भवन मंदिर आदि का मुआवजा नहीं मिलने से सड़क निर्माण में रुकावट पैदा हो गई है। बरपाली के बस स्टैंड में स्थित मां मड़वारानी मंदिर व पत्रकार भवन का भी मुआवजा अभी तक पंचायत को प्राप्त नहीं हुआ है जिसके कारण ठेकेदार उक्त भवन व मंदिर को नहीं हटा पा रहे हैं और एन एच के काम में बाधा आ रही है।
विदित हो कि इस सड़क के निर्माण प्रथम चरण में चाम्पा से कोरबा के मध्य 38.2 किलोमीटर का कार्य प्रारंभ हुआ जिसमें से लगभग 34 किलोमीटर की सड़क का निर्माण पूर्ण हो चुका है और टुकड़ों टुकड़ों में मिलाकर लगभग मात्र 4 किलोमीटर की सड़क ही नहीं बन पाई है। जिसमे मुआवजे प्रकरण या भूमि अधिग्रहण विवाद के कारण पेंच फंसा हुआ है जिसके जिम्मेदार कहीं न कहीं प्रशासन की निष्क्रियता है।