दिल्ली (आधार स्तंभ) : दिल्ली ब्लास्ट मामले में नया खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक की जांच में पता चला है कि विस्फोटक से लदी हुई हुंडई i20 कार में मौजूद शख्स डॉ उमर नबी ही था। कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। इससे यह साफ हो गया है कि आतंकी उमर ने ही लाल किला के पास ब्लास्ट को अंजाम दिया था। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
अपने साथियों के गिरफ्तार होने के बाद घबरा गया था उमर
इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।
मोदी कैबिनेट ने माना इसे आतंकी हमला
बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में कैबिनेट ने लाल किला बम धमाके को आतंकी हमला माना है। मंत्रिमंडल की ओर से पारित प्रस्तावों में कहा गया कि देश ने सोमवार को लाल किले के पास राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गई एक जघन्य आतंकवादी घटना देखी है। इस विस्फोट में कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मंत्रिमंडल हिंसा के इस मूर्खतापूर्ण कृत्य के पीड़ितों के प्रति गहरी श्रद्धांजलि अर्पित करता है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है। मंत्रिमंडल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता दोहराता है।



