हरदी बाजार में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने SECL औऱ सरकार को घेरा
कोरबा-हरदीबाजार(आधार स्तंभ) : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल शुक्रवार को कोरबा जिले के हरदीबाजार पहुंचे, जहाँ उन्होंने दीपका परियोजना खदान विस्तार से प्रभावित ग्रामीणों से संवाद किया। हरदी बाजार सहित 40 गाँव के ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि एसईसीएल प्रबंधन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन प्रभावित परिवारों को अब तक न तो बसाहट व्यवस्था दी गई है और न मुआवजा राशि स्पष्ट की गई है, न ही रोजगार व नौकरी का पता है। ग्रामीणों ने कहा कि उनका जीवन पीढ़ियों से खेती और जमीन पर आधारित है। यदि बिना उचित व्यवस्था के जमीन अधिग्रहित हुई तो उनके सामने आवास, रोज़गार और जीवनयापन का संकट खड़ा हो जाएगा।
श्री बघेल ने साफ कहा कि जब तक प्रभावित परिवारों को लिखित में उचित मुआवजा और नौकरी की गारंटी नहीं दी जाती, तब तक किसी भी प्रकार का भूमि अधिग्रहण स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि 2004 के हिसाब से भू-स्थापितों को दी जा रही राशि गलत है, मुआवजा वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप तय होना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा जबरन गांव में घुसकर नापी-सर्वे किया जा रहा है, जबकि यह कार्य राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है।
👉🏻 सांय-सांय सरकार में आंय-बांय बिजली बिल
भूपेश बघेल ने इस दौरान अपने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी, ईडी और ईओडब्ल्यू की जांच कार्रवाई, प्रदेश में हाफ बिजली बिल योजना खत्म करने, जनता पर महंगा बिजली बिल थोपने की बात कहते हुए कहा कि सांय-सांय सरकार में आंय-बांय बिजली बिल आ रहा है। यह भी कटाक्ष किया कि महतारी वंदन के 1000 में और जोड़कर बिजली बिल पटाना पड़ रहा है।
👉🏻संघर्ष करें,जेल जाने से डरें नहीं
अन्य ज्वलंत विषयों पर भी बात रखते हुए हास-परिहास भरी बातों के साथ भूपेश बघेल ने कहा कि भू विस्थापितों को अपने अधिकार की लड़ाई के लिए जेल जाने से नहीं डरना है। सरकार जेल भेजने का डर दिखाती है लेकिन जेल जाने के बाद सारा डर खत्म हो जाता है इसलिए जेल जाने से डरें नहीं, बल्कि अपने अधिकार को हासिल करने के लिए डटकर संघर्ष करें, कांग्रेस आप सबके साथ खड़ी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रबंधन ने एकतरफा कार्रवाई की तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी कांग्रेस के पास कुल 35 विधायक हैं, सभी आकर हरदी बाजार में धरना देंगे और जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा। श्री बघेल ने कहा कि देश के लिए कोयला उत्पादन ज़रूरी है, लेकिन विकास के नाम पर स्थानीय जनता का भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता।
👉🏻नजर ना आने वाले चेहरे भी दिखे
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हरदी बाजार प्रवास के दौरान कई ऐसे कांग्रेस नेताओं के चेहरे भी देखने को मिले जो भूविस्थापितों के द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई और संघर्ष के दौरान उनके साथ खड़े नजर नहीं आए। इन खास चेहरों ने भूविस्थापितों के हक के लिए ना तो कभी पत्र व्यवहार किया और ना ही जागरूक विपक्ष के नाते इनके साथ सामने आकर खड़े हुए बल्कि उनके हाल पर छोड़ दिया। भूपेश बघेल के आगमन पर ऐसे खास लोग अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए मंच साझा करते दिखे, लेकिन उनकी मौजूदगी कुछ खास नहीं रही बल्कि भूपेश बघेल के हौसले ने भूविस्थापितों की उम्मीद को बढ़ाया है। इस अवसर पर प्रभावित ग्राम हरदी बाजार के अलावा ग्राम रेंकी, नेवसा, रलिया, मुडियानार, भिलाईबाजार, नराईबोध, बरकुटा, खोडरी, विलोपित गांव मलगांव, आमगांव, सुवाभोड़ी सहित आस-पास 40 गांवों से हजारों की संख्या में महिला-पुरुष के अलावा कांग्रेस कार्यकर्ता संवाद सभा में शामिल हुए।