गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (आधार स्तंभ ) : दिनांक 08 सितंबर 2025 को जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के पेंड्रारोड न्यायालय परिसर से आरोपी गुलशन मांझी पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था। न्यायालय पेशी के दौरान आरोपी ने पुलिस जवान को धक्का देकर मौके से भाग निकला था। इस घटना को लेकर पुलिस विभाग में गंभीरता देखी गई और तत्काल प्रभाव से सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। साथ ही आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया था।
घटना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत ने आरोपी की गिरफ्तारी को प्राथमिकता बनाते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के मार्गदर्शन में साइबर सेल जीपीएम को सक्रिय किया। आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल-बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। इस दौरान तकनीकी एवं मुखबिर तंत्र के माध्यम से सूचना मिली कि आरोपी अपने कपड़े और पैसों की व्यवस्था के लिए गौरेला क्षेत्र में आने वाला है।
जानकारी के अनुसार गुलशन मांझी रीवा (मध्यप्रदेश) से ट्रेन के जरिए वेंकटनगर आया था और वहां से पैदल अपने गांव पहुंचकर परिवार से मिलने का प्लान बनाया था। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी की धर पकड़ की।
साइबर सेल जीपीएम और थाना गौरेला की संयुक्त टीम ने उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव के नेतृत्व में तकनीकी इनपुट एवं मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपी गुलशन मांझी को आज दिनांक 16 सितंबर 2025 को भस्कुरा क्षेत्र से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा और एसडीओपी गौरेला श्याम सिदार के सुपरविजन में आरोपी की पतासाजी और धर पकड़ में साइबर सेल जीपीएम के सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोतिया, प्रधान आरक्षक चौपाल कश्यप, रवि त्रिपाठी तथा आरक्षक राजेश शर्मा, इंद्रपाल आर्मो, सुरेन्द्र विश्वकर्मा, हर्ष गहरवार और सन्नी कोशले की मुख्य भूमिका रही ।