कसडोल (आधार स्तंभ) : कसडोल में सड़कों पर मवेशियों के बैठने की समस्या ने एक बार फिर से गंभीर रूप ले लिया है। रविवार शाम को कसडोल रिंग रोड पर एक कार हादसे में आद्या हास्पिटल के संचालक डॉ. सुरेंद्र दिव्याकर की 65 वर्षीय माता रामायण बाई दिव्याकर की जान चली गई।

मिली जानकारी अनुसार रायपुर निवासी विशाल खैरवार और उनके साथी विनय सोनी स्विफ्ट डिजायर कार से रायपुर की ओर जा रहे थे। जब वे कसडोल रिंग रोड पर पहुंचे, तो अचानक सामने एक मवेशी आ गया। जिससे घबरा कर चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया। कार पहले सड़क किनारे रखे गिट्टी के ढेर पर चढ़ गई और फिर पलटते हुए किनारे खड़ी रामायण बाई दिव्याकर को अपनी चपेट में ले लिया। गंभीर रूप से घायल रामायण बाई को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग क्र. 49/25 धारा 106(1) भा.दं.सं. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कसडोल में सड़कों पर मवेशियों के बैठने की समस्या आम हो गई है। आए दिन छोटी-बड़ी घटनाएं सामने आ रही हैं। इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।