बाल्को(आधार स्तम्भ) : खेती किसानी और हरियाली को समर्पित हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के लोक परंपरा और गौरवशाली संस्कृति से जुड़ा वर्ष का पहला त्यौहार हरेली का आयोजन कल रामलीला मैदान, बालको में आमजन सहयोग से सार्वजनिक हरेली आयोजन समिति द्वारा कराया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर के सेक्टर 5 के देवस्थल हनुमान मंदिर प्रांगण से नगर के देवी देवताओं के पूजा पाठ के साथ किया गया। छत्तीसगढ़ महतारी तथा कृषि औजारों की एक मनोरम झांकी साज सज्जा के साथ करमा दल के रंग-बिरंगे और संगीतमय पारंपरिक नृत्य के अगुवाई में निकला। आम जन समूह की उपस्थिति में यात्रा रामलीला मैदान, बालको के कार्यक्रम स्थल तक पहुंची। सोनगुड़ा के बैगा द्वारा हल, फावड़ा, गैती आदि कृषि औजारों तथा छत्तीसगढ़ महतारी का पूजा पाठ लोक विधि विधान से नगर के वरिष्ठतम सदस्य रीखीराम जयसवाल तथा अन्य वरिष्ठजनों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। श्रीफल तोड़कर तथा पारंपरिक पकवान गुड़ का चीला अर्पित कर छत्तीसगढ़ महतारी से बालको नगर के खुशहाली और समृद्धि की प्रार्थना की गई। राजकीय गीत अरपा पैरी के धार से कार्यक्रम का विधिवत आरंभ किया गया।
*क्षेत्रीय लोक कलाकारों खेल प्रेमियों के लिए बना मंच*
बालको क्षेत्र तथा आसपास के गाँव में निवास करने वाले कलाकारों के द्वारा विभिन्न प्रकार के लोक गीत संगीत और छत्तीसगढ़ी पारंपरिक नृत्य का प्रस्तुतीकरण स्टेज के माध्यम किया गया। पारंपरिक खेल कूद का आयोजन समिति के द्वारा किया गया जिसमें प्रमुख रूप से गेड़ी दौड़, नारियल फेक और मटकी फोड़ में नगर वासियों ने भाग लेकर आनंद लिया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय तृतीय आने वाले प्रतिभागियों को सम्मानजनक राशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान महिला स्व सहायता समूह समितियों के द्वारा विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्टाल लगाए गए थे। जिसमें छत्तीसगढ़ के पकवान जैसे फरा, चीला, खुर्मी, कुसली,अरसा, गुजा, बोबरा, अनरस, बरा, गुरहा भजिया, चौसेला तथा बड़ी, बिजोरी, पापड़ आदि पकवानों का आमजन ने आनंद उठाया। आयोजन समिति की तरफ से खिचड़ी भोग प्रसाद का वितरण किया गया तथा संध्याकालीन लगभग 7:00 बजे जांजगीर के सांस्कृतिक लोक कला मंच सोनहा सुरता की रंगारंग प्रस्तुति हुई, जिसमें छत्तीसगढ़ के तीज त्योहारों की मनोरम झांकी प्रस्तुत की गयी। सूरज श्रीवास, लक्ष्मी करीयारे तथा उनके साथियों के मनोरम प्रस्तुतीकरण से आम जनमानस का मन हिलोरे मारने लगा और सभी ने छत्तीसगढ़ के वैभवशाली रंग-बिरंगे परंपरा और रीति-रिवाज, कला संस्कृति, तीज त्यौहार के सारे दृश्य को एक मंच पर जीवंत होते हुए देखा।
*कार्यक्रम में पहुँचे जनप्रतिनिधि गण*
कार्यक्रम में पहुंचे क्षेत्र के विधायक और कैबिनेट राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, राज किशोर प्रसाद कोरबा महापौर ने अपने उद्बोधन में समिति के प्रयासों की बड़ाई की साथ ही भवानी मंदिर के हरेली आयोजन का सबको नेवता दिया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के किए जा रहे लोक सांस्कृति को बढ़ावा देने के कार्य की प्रशंसा की। हरेली त्यौहार आयोजन के लिए उन्होंने 25000/- रुपए नगद सहयोग की घोषणा की उनके साथ पहुँचे राजकिशोर प्रसाद महापौर ने स्वयं के तरफ से तत्काल 10000/- रुपये सहयोग राशि प्रदान किया। कार्यक्रम में पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने नारियल फेका, गेड़ी चढ़कर, व्यंजनों को चख कर कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। उनके साथ नगर के कांग्रेस दल के पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल भी कार्यक्रम में अपने सहयोगियों के साथ पहुंचे। उन्होंने नगर निगम के समान्य सभा में इस आयोजन के लिए बजट के प्रवाधान हेतु प्रयास करने की बात कही। लोक उत्सव को बढ़ावा देने के लिए समिति द्वारा दिए जा रहे योगदान के लिए सार्वजनिक रैली आयोजन समिति की प्रशंसा की। श्याम नारायण सोनी भी अपने सहयोगियों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस तरह के लोक अस्मिता और गौरव से जुड़े आयोजन उनके हृदय के काफी करीब हैं और वह ऐसे आयोजन में अपने तरफ से सहयोग देने की बात कही।कार्यक्रम में मुख्य रूप से सार्वजनिक हरेली आयोजन समिति के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्य गण, सहयोगी सभी बालकोकर्मी एवं उनके परिवार के सदस्य गण क्षेत्र के सभी सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक पृष्ठ भूमि से जुड़े विशिष्ट एवं आमजन परिवार सहित उपस्थित रहे।