धमतरी (आधार स्तंभ) : बरड़िया ज्वैलर्स में हुए डकैती प्रयास और गोलीकांड मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। घटना का मुख्य फरार आरोपी और मास्टरमाइंड अजय उर्फ़ गोलू भदौरिया को धमतरी पुलिस ने मध्यप्रदेश के बालाघाट में घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बच रहा था और लगातार अपने ठिकाने बदलकर तीन राज्यों में फरारी काट रहा था। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में उपयोग की गई पिस्टल और एक एंड्रॉयड मोबाइल भी जब्त किया है। इससे पहले इस मामले से जुड़े दो अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो गया है।
घटना के बाद आरोपी गोलू भदौरिया कई स्थानों पर छिपता रहा और मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखते हुए अपना फोन और लोकेशन बार–बार बदलता रहा। आरोपी की तलाश के लिए धमतरी पुलिस ने दो विशेष टीमें गठित की थीं। एक टीम मध्यप्रदेश के भिंड जिले में उसकी तलाश में भेजी गई, जबकि दूसरी टीम हरियाणा में संभावित ठिकानों पर उसकी खोज में लगी रही। तकनीकी इनपुट मिलने पर पुलिस ने उसके मूवमेंट का लगातार पता लगाया। हरियाणा में दबिश के बाद आरोपी वहां से भागकर दिल्ली, फिर भोपाल और उसके बाद ग्वालियर पहुंच गया। दोनों टीमों के निरंतर समन्वय ने उसकी लोकेशन को ट्रैक किया तथा आखिरकार आरोपी जैसे ही ग्वालियर से बस बदलकर बालाघाट की ओर निकला, संयुक्त टीम ने पीछा करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपी अजय उर्फ़ गोलू भदौरिया पिता सियाराम सिंह भदौरिया, उम्र 26 वर्ष, निवासी ग्राम देहरा, थाना भिंड देहात, जिला भिंड (मध्यप्रदेश) बताया गया है। आरोपी एक पेशेवर और आदतन अपराधी है। वर्ष 2015 से 2024 तक उसके खिलाफ मध्यप्रदेश के भिंड जिले के अलग-अलग थानों में 14 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, मारपीट, धमकी, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट, घर में घुसकर चोरी, रात्रि चोरी तथा डकैती की तैयारी जैसे संगीन अपराध शामिल हैं। उसके विरुद्ध 3000 रुपये का इनाम भी घोषित था।
बरड़िया ज्वैलर्स गोलीकांड मामले में इससे पूर्व आरोपी कुंवर सिंह भदौरिया (निवासी इंगुरी, जिला भिंड) और अमरपाल सिंह (निवासी मसूरी लहर, जिला भिंड) को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मुख्य आरोपी की गिरप्तारी के बाद अब पूरे गिरोह का खुलासा हो गया है।
एसपी धमतरी श्री परिहार ने इस बड़ी सफलता का श्रेय पुलिस टीमों के सशक्त समन्वय, तकनीकी जांच और निरंतर प्रयास को दिया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद सर्राफा संघ और चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने सुरक्षा को लेकर ज्ञापन दिए थे, जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई की। उन्होंने साफ कहा कि दुर्दांत अपराधी धमतरी पुलिस से बच नहीं सकते, चाहे वे कहीं भी छिपे हों।
धमतरी पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल अपराधियों के मनोबल को गिराया है, बल्कि शहरवासियों के भीतर सुरक्षा की भावना को और मजबूत किया है।



