आरोपी ज्ञान प्रकाश राठौर द्वारा घर में घुसकर गंदी गंदी गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट झपटमारी करने वाले को उरगा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड पर
अपराध क्रमांक: (1) 254/2025 धारा 296, 351(2), 115(2), 3(5), 304, 333 बीएनएस, (2) अपराध क्रमांक 260/2025 धारा 296, 351(3), 115(2), 3(5) बीएनएस, (3) अपराध क्रमांक 305/2025 धारा 281, 125ए, 296, 115(2), 3(5) बीएनएस एवं 184 एमव्ही एक्ट, अनेक अपराधों का था आरोपी
आरोपी ज्ञान प्रकाश राठौर पिता श्री लखन लाल राठौर उम्र 19 वर्ष साकिन फरसवानी स्कूल पारा, थाना उरगा जिला कोरबा (छ.ग.)
उरगा (आधार स्तंभ) : मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थिया हेमलता राठौर पति देव प्रसाद राठौर उम्र 42 वर्ष निवासी फरसवानी थाना उरगा जिला कोरबा (छ.ग.) दिनांक 16.06.2025 को थाना आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई की दिनांक 14.06.2025 को रात्रि 08.00 बजे गांव के लखन राठौर उर्फ बोकरामुडीहा, उमा बाई राठौर, ज्ञान प्रकाश राठौर व मोनिका राठौर प्रार्थिया के घर में आकर सभी एक राय होकर पुरानी रंजीश की बात को लेकर माँ बहन की गंदी गंदी अश्लील गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए ज्ञान प्रकाश राठौर के द्वारा उसे हांथ मुक्का से मारपीट किया गया है। जो घटना करते समय प्रार्थिया के द्वारा मोबाईल फोन से रिकार्डिंग किया जा रहा था तो ज्ञान प्रकाश राठौर की बहन मोनिका राठौर द्वारा ओप्पो मोबाईल एवं मोबाईल फ्लिप कवर में रखे लगभग 3250/- रू. को प्रार्थिया के हाथों से झपट कर वहां से भाग गई।
आरोपी ज्ञान प्रकाश राठौर पिता श्री लखन लाल राठौर उम्र 19 निवासी फरसवानी स्कुल पारा थाना उरगा जिला कोरबा (छ.ग.) के द्वारा फरसवानी ग्राम में लगातार (1) 254/2025 धारा 351(2), 115(2), 3(5), 304, 333 बीएनएस, (2) अपराध क्रमांक 260/2025 धारा 296, 351(3), 115(2), 3(5) बीएनएस. (3) अपराध क्रमांक 305/2025 धारा 281, 125ए, 296, 115(2), 3 (5) बीएनएस एवं 184 एमव्ही एक्ट, का घटना घटित करने से मनोबल बढ़ा हुआ था। जिसका पता तलाष लगातार किया जा रहा था, जिसे आज दिनांक 22.07 2025 को गिरफ्तार कर माननीय न्यायिक दण्डाधिकारी महोदय न्यायालय कोरबा, रिमाण्ड पर भेजा गया है।
उक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक राजेष तिवारी, प्रआर 387 रामू कुर्मी, प्रआर 407 बसंत कुमार भैना, आर. क्र. 464 प्रेमचंद साहू एवं सैनिक क्रमांक 217 शांतनु राजवाड़े की महत्वपूर्ण भूमिका रही।