कोरबा (आधार स्तंभ) : जिले में बिजली उपभोक्ताओं पर बकाया राशि लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान में कोरबा जिले में बिजली बिल का कुल बकाया 433 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। बकायादारों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बिजली वितरण कंपनी ने कनेक्शन काटने की कार्रवाई तेज कर दी है। बीते एक माह में 2782 उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे जा चुके हैं।
बिजली विभाग के अनुसार इन उपभोक्ताओं पर लगभग 12 करोड़ 30 लाख रुपये का बकाया था। कार्रवाई के बाद करीब 1000 उपभोक्ताओं ने 2 करोड़ 67 लाख रुपये की राशि जमा कर दी है, जबकि शेष बकायादारों के खिलाफ मैदानी अमला लगातार डिस्कनेक्शन की कार्रवाई में जुटा हुआ है।
जिले में घरेलू, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और सरकारी कार्यालयों में पुराने मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका जीनस कंपनी को दिया गया है। हालांकि अभी तक रिचार्ज प्लान तय नहीं होने के कारण स्मार्ट मीटर लगने के बावजूद प्रीपेड सिस्टम शुरू नहीं किया गया है। फिलहाल उपभोक्ताओं को खपत के आधार पर अगले माह बिजली बिल जारी किया जा रहा है।
बिजली वितरण कंपनी का कहना है कि लंबे समय से कई उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं, जिससे बकाया राशि में भारी इजाफा हुआ है। ऐसे उपभोक्ताओं पर अब सख्ती बरती जा रही है। जिन उपभोक्ताओं ने समय पर बिल जमा नहीं किया, उनके यहां विजिलेंस टीम भी भेजी जा रही है। हालांकि मैदानी अमले की कमी के चलते मैन्युअल डिस्कनेक्शन की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
जिले में अब तक लगभग 95 हजार उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा जिले के विभिन्न ब्लॉकों के 3830 सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। ठेका कंपनी को स्मार्ट मीटर लगाने के बाद 10 वर्षों तक संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खराब होने की स्थिति में मीटर बदले भी जाएंगे।
बिजली विभाग द्वारा कंट्रोल रूम से कनेक्शन काटने की तकनीकी टेस्टिंग भी की जा चुकी है, हालांकि इस प्रणाली को लागू करने को लेकर अब तक कोई स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं हुई है।
इस संबंध में बिजली वितरण कंपनी, कोरबा सर्किल के अधीक्षण अभियंता बीके सरकार ने बताया कि बकाया जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ नियमानुसार कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई जारी रहेगी।



