कोरबा (आधार स्तंभ) : कोरबा जिले के कोयलांचल क्षेत्र में गर्मी का मौसम आने से पहले ही पानी के लिए मारामारी शुरू हो जाता है हर साल पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए एसईसीएल प्रबन्धन द्वारा अपने प्रभावित क्षेत्र में करोड़ो रूपये का टेंडर जारी किया जाता है किंतु ग्रामीणों की शिकायत के अनुसार उन्हें पर्याप्त पानी नही मिल रहा है जो कि जांच का विषय है इस बात की सूक्ष्मता से जांच होने से बड़ा भ्र्ष्टाचार उजागर हो सकता है।
इसी तरह से एसईसीएल गेवरा क्षेत्र द्वारा टेंडर संख्या NIT.NO.SECL/GA/GM(C)ETN/24-25/133 dated/13/12/2024 के द्वारा सराईसिंगर, हरदीबाजार, रलिया, धौराभाठा, नवापारा, ऊमेंदीभाठा, मुड़ियानार, भिलाईबाजार, बरभाठा, पंडरी पानी, नराईबोध, भठोरा, कटगीडबरी, ढोडगी पारा, छिंदपुर, घाटमुड़ा, गंगानगर सहित अन्य प्रभावित गाँवों में नियमित रूप से हर मोहल्ल्ले तक टैंकर से पेयजल आपूर्ति के लिए 78 लाख रुपये की टेंडर जारी की गई है इसी के साथ गांव में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमो के लिए टैंकर से पानी आपूर्ति किया जाना है यही नही इन बड़े टेंडरों के साथ साथ समय समय पर – 4- 5 लाख रुपये की छोटी छोटी टेंडर भी जारी होते रहते हैं इन सबके बावजूद प्रभावित गांवों में पानी आपूर्ति नही होने की शिकायतें मिल रही है ।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी और शिकायतों पर एसईसीएल की गेवरा व दीपका प्रबन्धन को ज्ञापन सौपकर मांग किया है कि दोनों एरिया से जारी टेंडर के अनुरूप पेयजल आपूर्ति नहीं होने की जाँच किया जाये और ठेकेदार फर्म्स पर कार्यवाही करने तथा प्रभावित गाँवों में निर्बाध पेयजल आपूर्ति कराने की व्यवस्था किया जाए संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने बताया कि कोयला खदानों के कारण जल स्तर लगातार नीचे गिरते जा रहा है नदी नाले, तालाब , कुंआ , बोर ,हैंडपंप सुख चुके हैं जिससे प्रभावित क्षेत्रवासियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसके लिए सभी ग्रामवासियों द्वारा हर साल पानी उपलब्ध कराने की मांग किया जाता है एसईसीएल प्रबन्धन ने करोड़ो रूपये का टेंडर किया है पर भारी धांधली हो रही है और बिना सप्लाई ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया जा रहा जिसकी उच्च स्तरीय जांच किया जाना आवश्यक है ताकि लोंगो तक पानी की निर्बाध आपूर्ति हो इस बाबत शिकायत की गई है ।