दुर्ग (आधार स्तंभ) : दुर्ग जिले में चार दिन चलने वाले महापर्व छठ पूजा की शुरुआत शनिवार को नहाय-खाय के साथ हो गई। घाटों पर श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में व्रत की तैयारी कर रही हैं।
वहीं नगर निगम और प्रशासन की ओर से घाटों की सजावट और सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है। घाटों को आकर्षक झालरों, रंग-बिरंगी लाइटों और तोरण द्वारों से सजाया गया है। इस बार भिलाई में 25 से ज्यादा तालाबों और दुर्ग में 10 से ज्यादा तालाबों पर छठ पूजा आयोजित की जाएगी।
छठ महापर्व का पहला दिन- नहाय-खाय
छठ महापर्व का पहला दिन ‘नहाय-खाय’ कहलाता है। शनिवार को व्रती महिलाओं ने स्नान कर पवित्रता बनाए रखी और व्रत की शुरुआत की। इस दिन परंपरा अनुसार लौकी की सब्जी, चना दाल और सेंधा नमक से बना शुद्ध भोजन लिया गया। भोजन पूरी तरह बिना लहसुन-प्याज के बनाया गया और मिट्टी के चूल्हे पर पकाया गया, ताकि पवित्रता बनी रहे।

36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू
रविवार को छठ का दूसरा दिन खरना है, जिसे पर्व का सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जाता है। आज व्रती महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखेंगी। सूर्यास्त के बाद भगवान सूर्य की पूजा अर्चना कर गुड़ की खीर और गेहूं के आटे की रोटी का प्रसाद तैयार किया जाएगा। इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद 36 घंटे के कठोर निर्जला व्रत की शुरुआत होगी, जो अनुशासन, आत्मसंयम और आस्था का प्रतीक माना जाता है।
कल डूबते सूर्य को अर्घ्य
सोमवार को छठ का तीसरा दिन होगा, जब श्रद्धालु परिवारों के साथ घाटों पर पहुंचकर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। इस अवसर पर सूप में ठेकुआ, फल, नारियल और अन्य प्रसाद सजाकर भगवान सूर्य को समर्पित किया जाएगा। घाटों पर दीपों की रोशनी और छठ गीतों की गूंज से वातावरण दिव्यता से भर उठेगा। महिलाएं पारंपरिक गीत गाकर भगवान सूर्य से अपने परिवार की खुशहाली की कामना करेंगी।
28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर होगा समापन
मंगलवार 28 अक्टूबर की सुबह व्रती महिलाएं उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत का समापन करेंगी। यह क्षण छठ महापर्व का सबसे पवित्र और भावनात्मक पल माना जाता है। उषा अर्घ्य के समय घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। भगवान सूर्य और छठी मैया से परिवार की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना के साथ यह चार दिवसीय तप, श्रद्धा और आत्मशुद्धि का पर्व पूर्ण होता है।
छठ घाटों पर प्रशासन की तैयारी
दुर्ग के प्रमुख छठ घाटों शिवनाथ नदी तट, पद्मनाभपुर तालाब, रविशंकर स्टेडियम तालाब और अन्य स्थानों पर सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था और सफाई के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। नगर निगम की टीमें घाटों पर तैनात हैं। श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेडिंग, पेयजल व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। इधर भिलाई में सेक्टर-2 तालाब, बैकुंठ धाम, शीतला तालाब, हाउसिंग बोर्ड, छावनी तालाब, रामनगर मुक्तिधाम में भी कल और परसों के आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है।



