कोरबा(आधार स्तंभ) : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कोरबा जिले के खदान प्रभावित क्षेत्र हरदी बाजार के प्रवास पर रहेंगे। उनका प्रवास कार्यक्रम निर्धारित हो चुका है जिसके तहत दोपहर 2 बजे वे विकासखंड पाली के हरदी बाजार ग्राम पहुंचेंगे एवं सायं 4 बजे तक उनका समय यहां आरक्षित रहेगा। वे SECL की खदान के लिए भूमि अधिग्रहण के संबंध में प्रबंधन द्वारा कराए जा रहे सर्वे,नापी, मुआवजा आदि की उत्पन्न समस्याओं के संबंध में भूविस्थापितों से चर्चा करेंगे।
SECL और भूविस्थापितों के बीच बढ़ते तनाव व तमाम तरह के आरोप-प्रत्यारोप के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हरदी बाजार आगमन को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, वहीं भूविस्थापितों में न्याय की उम्मीद जगी है। इधर दूसरी तरफ पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में जिस तरह से कोयला और लेवी घोटाला उजागर हुआ एवं डीएमएफ के घोटाले को लेकर तमाम छापे पड़े और प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं, उसको सामने रखते हुए भूपेश बघेल को घेरने काला झंडा दिखाए जाने की तैयारी की सूचना मिल रही है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री के प्रवास पर उन्हें विपक्षी दल के द्वारा काला झंडा दिखाया जाने की तैयारी की गई है। देखना है कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखा पाने में वे लोग सफल हो पाते हैं या फिर समय रहते इस पर रोक लगाई जा सकेगी?
गौरतलब है कि secl प्रबंधन के द्वारा खदानों के लिए वर्षों पहले से जमीनों का अधिग्रहण कर लिया गया है लेकिन अर्जन की कार्रवाई लंबित रखी गई जिसकी वजह से अब जबकि जमीनों का अर्जन करना है तब मुआवजा,नौकरी से लेकर पुनर्वास की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और प्रबंधन के साथ बार-बार भूविस्थापितों का टकराव हो रहा है। इसकी वजह से कई बार कानून व्यवस्था था की स्थिति भी जहां बिगड़ रही है वहीं आपसी मनमुटाव भी बढ़ रहे हैं। secl के अधिकारियों पर भी मनमानी करने का आरोप लग रहा है।
वहीं भूविस्थापितों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के साथ उन्हें जेल भी भेजा जा रहा है। बढ़ते तनाव के मध्य पिछले दिनों हरदीबाजार की जमीनों का अर्जन करने के लिए प्रबंधन द्वारा सर्वे, नापी का कार्य शुरू कराया गया। इसके विरोध में ग्रामीणों ने पूर्व के कड़वे अनुभवों को साझा करते हुए अर्जुन से पहले बसाहट और परिसंपत्तियों का सही मूल्यांकन कर मुआवजा बनाने व अन्य मांगों को प्रबंधन के समक्ष रखा है। जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुई बैठक के उपरांत कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।



