रायपुर (आधार स्तंभ) : रेलवे स्टेशन पर लंबे समय से संचालित हो रहे यूटीएस (अनारक्षित टिकट काउंटर) को अब रेलवे आरक्षण केंद्र भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह नई व्यवस्था 11 सितंबर से लागू हो गई है। इस बदलाव के बाद अब यात्री आरक्षित और अनारक्षित दोनों प्रकार के टिकट एक ही भवन से प्राप्त कर सकेंगे। रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस कदम से यात्रियों को सुविधा मिलेगी, साथ ही टिकटिंग व्यवस्था में पारदर्शिता और अनुशासन भी बढ़ेगा। भविष्य में यात्रियों को और सुविधा देने के लिए पार्किंग में भी एटीवीएम मशीन लगाने की तैयारी है, ताकि टिकट लेने के लिए काउंटर तक न जाना पड़े।
पहले यात्रियों को आरक्षित और अनारक्षित टिकट के लिए अलग-अलग कतारों में लगना पड़ता था। अब सभी सेवाएं एक ही जगह उपलब्ध होने से समय और श्रम दोनों की बचत होगी। नई व्यवस्था के तहत अनारक्षित टिकट काउंटर तीन शिफ्ट में संचालित होंगे-
- सुबह : 4 काउंटर
- शाम : 5 काउंटर
- रात : 3 काउंटर
इससे भीड़ का दबाव कम होगा और यात्री आसानी से टिकट प्राप्त कर सकेंगे।
गेट नंबर दो पर लगी एटीवीएम मशीनें
गेट नंबर दो पर चार ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) लगाई गई हैं। इनसे यात्री बिना लाइन में लगे तत्काल टिकट ले सकते हैं। वहीं, स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए ‘यूटीएस ऑन मोबाइल’ ऐप भी उपलब्ध है, जिससे मोबाइल पर ही टिकट बुक किए जा सकते हैं। यह सुविधा समय की बचत और संपर्करहित लेनदेन को बढ़ावा देती है।
रेलवे ने यात्रियों के लिए टिकटिंग के कई विकल्प सुनिश्चित किए हैं, आरक्षण केंद्र काउंटर, एटीवीएम मशीनें, मोबाइल टिकटिंग ऐप, यात्री टिकट सुविधा केंद्र, जनसाधारण टिकट बुकिंग केंद्र और आकस्मिक भीड़ बढ़ने पर मोबाइल टिकटिंग की सुविधा।
हर महीने पांच लाख यात्री लेते हैं अनारक्षित टिकट
रायपुर रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों यात्री यात्रा करते हैं। आंकड़ों के अनुसार, हर महीने करीब पांच लाख यात्री अनारक्षित टिकट बुक करते हैं। बड़ी संख्या में सामान्य श्रेणी में यात्रा करने वालों के चलते रेलवे ने टिकटिंग व्यवस्था को और मजबूत किया है।
री-डेवलपमेंट के तहत काम
रायपुर रेलवे स्टेशन वर्तमान में री-डेवलपमेंट और यात्री सुविधाओं के उन्नयन की प्रक्रिया से गुजर रहा है। टिकट काउंटर का स्थानांतरण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस बदलाव से स्टेशन परिसर में यातायात का दबाव कम होगा और टिकटिंग व्यवस्था और सुव्यवस्थित हो जाएगी। वहीं पुराने अनारक्षित काउंटर पर भी सुविधाएं शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।