रायगढ़ जिले में वर्ष 2025-26 में पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन के लिए विशेष अभियान: एक हरा-भरा और समृद्ध भविष्य की ओर कदम

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रिपोर्ट : कुलदीप चौहान रायगढ़

रायगढ़ (आधार स्तंभ) : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन के लिए वर्ष 2025-26 में एक विशेष संकल्प के तहत कई महत्वाकांक्षी अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों का उद्देश्य न केवल जिले को हरित और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना है, बल्कि जल संसाधनों के संरक्षण और संवर्धन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी विकास को बढ़ावा देना भी है। इन पहलों में जनभागीदारी को प्राथमिकता दी गई है, जिससे स्थानीय समुदाय पर्यावरण संरक्षण के इस महाअभियान का हिस्सा बन रहा है।

जुलाई माह में प्लांटेशन मेगा ड्राइव : जिले भर में वृक्षारोपण का महाअभियान
1 जुलाई से 5 जुलाई 2025 तक रायगढ़ जिले में “प्लांटेशन मेगा ड्राइव” का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी ब्लॉकों में जनभागीदारी और विभागीय सहयोग से व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न ब्लॉकों में रोपे जाने वाले पौधों की संख्या इस प्रकार है- धरमजयगढ़-37,189 पौधे, घरघोड़ा-19,693 पौधे, खरसिया-14,797 पौधे,लैलूंगा-18,170 पौधे, पुसौर-25,017 पौधे, रायगढ़-24,810 पौधे, तमनार-12,527 पौधे।
इस मेगा ड्राइव में विभिन्न विभागों और समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिसके तहत पंचायत जनभागीदारी- 8,242 पौधे, मनरेगा-61,820 पौधे, प्रधानमंत्री आवास योजना-65,109 पौधे, स्कूलों और छात्रावासों-6,705 पौधे, आंगनवाड़ी केंद्रों- 10,327 पौधे। इस अभियान में वन विभाग, उद्यान विभाग, पंचायत राज विभाग, और शिक्षा विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। पौधों को स्कूल परिसरों, ग्राम पंचायतों द्वारा चिह्नित स्थानों, जल स्रोतों के आसपास, और सार्वजनिक स्थलों जैसे पार्कों और सड़क किनारों पर रोपा जाएगा। इसके अतिरिक्त, पौधों की जियो-टैगिंग और उनकी निगरानी के लिए डिजिटल तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, ताकि उनकी देखभाल और संरक्षण सुनिश्चित हो।

प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को निशुल्क पौधे वितरण
रायगढ़ जिले में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनूठी पहल के तहत लगभग 42,000 प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को निशुल्क पौधे वितरित किए गए। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में हरित आवरण को बढ़ाना और लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रत्येक हितग्राही को पौधे रोपने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे ग्रामीण अंचलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक जन-आंदोलन की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में फलदार और छायादार पौधों को प्राथमिकता दी गई, ताकि ये पौधे न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाएं, बल्कि ग्रामीणों के लिए आर्थिक रूप से भी उपयोगी सिद्ध हों।

मोर गाँव मोर पानी अभियान: जल संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम
अप्रैल और मई 2025 में रायगढ़ जिले के सभी ब्लॉकों में “मोर गाँव मोर पानी” अभियान के तहत जल संरक्षण और संवर्धन के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किए गए। ग्राम पंचायत स्तर पर जल संरक्षण के लिए संरचनाओं का निर्माण और मरम्मत कार्य किए गए, जिसमें तालाबों की खुदाई, नालों की सफाई, और वर्षा जल संचयन संरचनाओं का विकास शामिल है। इस अभियान के तहत जिले भर में कार्यशालाओं (शॉप) का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों को जल संरक्षण की तकनीकों और इसके महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इन कार्यशालाओं में स्थानीय किसानों, महिलाओं, और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे जल संरक्षण के प्रति सामुदायिक जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

एक पेड़ माँ के नाम: पर्यावरण संरक्षण का जन-आंदोलन
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को रायगढ़ जिले में जून 2025 में प्रत्येक ब्लॉक में उत्साहपूर्वक लागू किया गया। इस अभियान के तहत लोगों को अपनी माँ या धरती माँ के नाम पर एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया गया। जिले के स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, और ग्राम पंचायतों में सामूहिक वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस पहल ने न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया, बल्कि भावनात्मक रूप से लोगों को प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी से जोड़ा। इस अभियान को मिशन लाइफ (Lifestyle for Environment) के तहत संचालित किया गया, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है।

पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रति जिले की प्रतिबद्धता
रायगढ़ जिला, जो अपनी औद्योगिक प्रगति के लिए जाना जाता है, अब पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन के क्षेत्र में भी एक मिसाल बन रहा है। जिले के 549 ग्राम पंचायतों और 951 गाँवों में इन अभियानों के माध्यम से न केवल हरित आवरण में वृद्धि हो रही है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए सामुदायिक जागरूकता भी बढ़ रही है।

आगे की राह
इन अभियानों के माध्यम से रायगढ़ जिला न केवल पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, बल्कि स्थानीय समुदायों को प्रकृति के साथ जोड़कर एक टिकाऊ और हरित भविष्य की नींव रख रहा है। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं, से इन अभियानों में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। यह संकल्प न केवल रायगढ़ को हरा-भरा बनाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि देश के अन्य हिस्सों के लिए भी एक प्रेरणा है।

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