राज्योत्सव समारोह के दूसरे दिन भरतनाट्यम, पंथी नृत्य, जसगीत, बांसूरी वादन, मानस गायन सहित विविध कलाओं का दिखा संगमनवगठित सक्ती जिले में पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा राज्योत्सव समारोह
सक्ती(आधार स्तंभ) : नवगठित सक्ती जिले में 2 नवम्बर से 4 नवम्बर तक तीन दिवसाीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी क्रम में राज्योत्सव समारोह के दूसरे दिन भरतनाट्यम, पंथी नृत्य, जसगीत, बांसूरी वादन, मानस गायन सहित विविध कलाओं का वृहद संगम देखने को मिला। राज्योत्सव समारोह के दूसरे दिन आज 3 नवंबर को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय (सेजेस) सक्ती द्वारा सामूहिक नृत्य (गुरु के बानी), शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किरारी बा. द्वारा समूह नृत्य (बारह मासी छत्तीसगढी नृत्य), कुमारी प्रिशा पिता प्रकाश अग्रवाल द्वारा भरतनाट्यम, परमेश्वरी पब्लिक स्कूल सक्ती द्वारा प्रादेशिक लोक नृत्य, स्वास्तिक गबेल सक्ती द्वारा भरतनाट्यम, डी.व्ही.एस.कोटेतरा द्वारा पंथी नृत्य (गुरु के बानी), श्री नकुल देवांगन सक्ती द्वारा क्राके गायन, श्री सौरभ सिंह पटेल द्वारा बांसुरी वादन, कुमारी बबीता चौहान, गौरमुड़ा सक्ती द्वारा भरथरी लोक गीत, संध्या एवं साथी (शासकीय क्रांति कुमार भारतीय महाविद्यालय जेठा) सक्ती द्वारा पंथी नृत्य, ममता दिव्या स्वरागिनी म्यूजिकल ग्रुप बोरदा द्वारा जसजीत, श्री शांति राठिया एवं ग्रुप, देवरी द्वारा मानस गायन, श्री हीराधर बंजारे कुरदा द्वारा आर्केस्ट्रा सुर संगम पैरी झांझर की प्रस्तुति दी गई। उल्लेखनीय है कि सक्ती जिले में जिला स्तरीय राज्योत्सव का शुभारंभ विगत दिवस सांसद लोकसभा क्षेत्र जांजगीर चाम्पा श्रीमती कमलेश जांगड़े द्वारा किया गया है। बता दे कि कलेक्टर कार्यालय परिसर के समीप स्थित मैदान में तीन दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम में क्षेत्रीय कलाकारो द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
प्रतिदिवस राज्योत्सव कार्यक्रम का आयोजन अपरान्ह 4 बजे से आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर चंद्रपुर विधायक श्री राम कुमार यादव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कमल किशोर पटेल , कलेक्टर श्री अमृत विकास तोपनो, नवपदस्थ पुलिस अधिक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर, अपर कलेक्टर श्री बीरेंद्र लकड़ा, अपर कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरीश यादव, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, पुरुष, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग, बच्चे और बड़ी संख्या में जिलेवासी शामिल हुवे।






