डीएमसी मनोज पाण्डेय को अधिकारियों का संरक्षण, संगीन आरोप के बाद जाँच कार्यवाही के नाम पर लीपापोती। महिला एपीसी का चारित्रिक हनन एवं मानसिक प्रताड़ना देने का मामला

Must Read

कोरबा (आधार स्तंभ) : जिला परियोजना समग्र शिक्षा जिला कोरबा के जिला मिशन समन्वयक मनोज पांडे के खिलाफ में उसी के मातहत एपीसी द्वारा चारित्रिक हनन, मानसिक प्रताड़ना एवं अत्याचार जैसे संगीन आरोप लगाए गए हैँ जिस पर इनके द्वारा छ. ग. शासन के राज्य महिला आयोग, विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कर्मचारी संगठनों को भी आपबीती की लिखित शिकायत की गई है। शिकायत के बाद विभाग द्वारा जांच के नाम पर खाना पूर्ति करते हुए आज पर्यंत तक मानसिक प्रताड़ना, अत्याचार एवं चारित्रिक हनन करने वाले अधिकारी के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी है जिससे महिला अधिकारी सकते एवं हताशा मे है।

जिला मिशन समन्वयक कोरबा अपने ऊपर कार्यवाही न होता देख उनका हौसला सातवें आसमान पर है, उनके द्वारा अनर्गल तरीके से कहा जा रहा है कि संघ वाले मेरा क्या कर लेंगे, मंत्री जी का संरक्षण एवं राज्य कार्यालय के अधिकारी मेरे साथ हैँ। न जाने किन किन मंत्रियों एवं अधिकारियों कि ये बात कर रहे हैँ ये तो वही जाने किन्तु इस प्रकार कि बातें जिला के एक महत्वपूर्ण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को शोभा नहीं देता यह अशोभनीय हैँ। यहीं तक नहीं बल्कि इनके द्वारा वर्गवाद को बढ़ावा देते हुए अपने वर्ग के कुछ सेवानिवृत एवं स्वयंभु संगठन के पदाधिकारियों को अपने पक्ष मे कर और ये पदाधिकारी विवेकहीन होकर अंधभक्ति का परिचय देते हुए डीएमसी द्वारा स्वयं को पाकसाफ, सदाचारी, संस्कारी,एवं चरित्रशील होने का प्रमाणिकरण ज्ञापन श्रीमान कलेक्टर कोरबा को प्रेषित कराया गया ताकि लगाए गए आरोप मे कुछ पर्दा पड़ सके।

यह बातें जब संघ को ज्ञात हुआ तो संघ अब आर पार की मूड मे है, उक्त संगीन मामले मे यदि जल्दी कार्यवाही नहीं हुई तो संघ द्वारा जिला मुख्यालय कोरबा मे आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञातब्य हो की महिला अधिकारी द्वारा उनके ऊपर हुई अत्याचार के सम्बन्ध मे छ ग प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के पदाधिकारी होने के नाते संघ के साथ ही छ ग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा को भी शिकायत पत्र के माध्यम से अपनी पीड़ा ब्यक्त की थी जिस पर छ ग प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ एवं छ ग कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन द्वारा अविलम्ब संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के मुखिया श्रीमान अजित बसंत कलेक्टर कोरबा एवं स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्रीमान सिद्धार्थ कोमल परदेशी, राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के प्रबंध संचालक श्रीमान संजीव कुमार झा को भी जाँच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु संघ द्वारा शिकायत पत्र सौपा गया था। जिला प्रशासन कोरबा द्वारा उक्त शिकायती पत्र पर कार्यवाही मे विलम्ब को देखते हुए कोरबा के माननीय विधायक एवं छ ग शासन के उद्योग, वाणिज्य, एवं श्रम मंत्री माननीय लखनलाल जी देवांगन को भी तत सम्बन्ध मे आवश्यक कार्यवाही हेतु संघ द्वारा आग्रह/निवेदन किया गया जिस पर महिला अधिकारी की चारित्रिक हनन, मानसिक प्रताड़ना एवं अत्याचार जैसे गंभीर मामले एवं उक्त मामले सोशल मिडिया एवं विभिन्न समाचार पत्रों मे छपी खबर से स्कूल शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन की छबि धूमिल हुई है,इस गंभीरता को देखते हुए बिना देर किए दिनांक 05 जुलाई 2025 को ही जिला कलेक्टर कोरबा के नाम जिला परियोजना समग्र शिक्षा कोरबा के जिला मिशन समन्वयक श्री मनोज पाण्डेय को तत्काल पद से हटाए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने पत्र लिखा गया है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ को जिला प्रशासन पर पूर्ण यकीन है की माननीय मंत्री जी के पत्र पर अवश्य ही कार्यवाही सुनिश्चित होगी।

ऐसे ही मामले पर2022-23मे brc कोरबा को पद से हटाते हुए निलंबन की हुई थी कार्यवाही
ज्ञातब्य हो की सत्र 2022-23 मे भी कोरबा जिले के विकास खंड कोरबा मे भी समग्र शिक्षा खंड मिशन समन्वयक कोरबा के खिलाफ उन्ही के मातहत लिपिक द्वारा चारित्रिक हनन एवं मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया गया था, उक्त मामला सोशल मिडिया, विभिन्न समाचार पत्र मे भी प्रसारित हुआ था जिस पर अविलम्ब कार्यवाही करते हुए यह कि इस प्रकार के कृत्य एवं सोशल मिडिया एवं विभिन्न समाचार पत्रों मे उक्त मामले का प्रकाशन से स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा कि छबि धूमिल हुई है का हवाला देते हुए बिना जाँच किए जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा द्वारा श्रीमान संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर को बीआरसी कोरबा के खिलाफ प्रतिवेदन प्रेषित किया गया जिस पर संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर द्वारा बीआरसी कोरबा ग्रामीण को तत्काल पद से हटाते हुए सेवा से निलंबित कर दिया गया था। ऐसा ही आरोप इस बार डीएमसी कोरबा मनोज पाण्डेय के ऊपर लगी है तो इनके ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं। उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव लोक शिक्षण संचलनालय रायपुर को क्यों नहीं प्रेषित किया गया। उन्हें पद से क्यों नहीं हटाया जा रहा है। प्रश्न उठना लाजमी ही नहीं बल्कि आवश्यक है। जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग कोरबा को इस गंभीर मसले पर अविलम्ब संज्ञान लिया जाकर कार्यवाही सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि प्रताड़ित महिला अधिकारी को न्याय मिल सके और चारित्रिक हनन एवं मानसिक प्रताड़ना देने वाले अधिकारी को सबक मिल सके।

कर्मचारी संघोँ द्वारा DMC मनोज पाण्डेय को पद से की गई हटाने की मांग
जिला परियोजना समग्र शिक्षा कोरबा के जिला मिशन समन्वयक के ऊपर उन्ही के मातहत महिला अधिकारी के द्वारा चारित्रिक हनन, प्रताड़ना एवं अत्याचार का संगीन आरोप लगाया गया है,ऐसे आरोपित अधिकारी को अपने पद पर बने रहने का कोई तुक नहीं है, संघ मांग करती है की DMC मनोज पाण्डेय को तत्काल पद से हटाया जाए।

उक्त जानकारी संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से छ ग प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बघेल, छ ग लिपिक वर्गीय शा. कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव एवं छ ग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के कार्यकारी संयोजक जगदीश प्रसाद खरे, छ ग शिक्षक संघ के बिलासपुर संभाग के संभागीय अध्यक्ष एवं कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के महासचिव तरुण सिंह राठौर छ ग राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष एवं छ ग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के महासचिव एस एन शिव, छ ग दिब्यांग अधिकारी कर्मचारी फ़ेडरेशन के जिलाध्यक्ष प्रकाश खाकसे द्वारा जिला प्रशासन कोरबा से मांग की गई है कि ऐसे अधिकारी जिनके ऊपर महिला प्रताड़ना एवं चारित्रिक हनन जैसे संगीन आरोप हों उसे पद से तत्काल हटाने की कार्यवाही की जाए, कार्यवाही नहीं होने की स्थिति मे संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी जिला प्रशासन एवं विभाग की होगी।

Latest News

तमनार पुलिस की बड़ी सफलता: छह माह से फरार गांजा तस्कर ओडिशा से गिरफ्तार, एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजा गया

कुलदीप चौहान रायगढ़ रायगढ़, 14 अक्टूबर (आधार स्तंभ) : नारकोटिक्स मामलों में सख्त कार्रवाई की नीति के तहत पुलिस अधीक्षक...

More Articles Like This

- Advertisement -