रायपुर (आधार स्तंभ) : महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में रायपुर की ईडी टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को जयपुर के कूकस स्थित फाइव स्टार होटल फेयर माउंट में हुई एक भव्य शादी में ईडी ने छापेमारी की है। इस शादी में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे थे और दुबई से लेकर भिलाई-रायपुर तक के 250 से ज्यादा मेहमान पहुंचे थे। ईडी ने वहां ऐयाशी कर रहे 3 मेहमानों को गिरफ्तार किया है, जबकि दूल्हा वहां से फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, जयपुर में सौरभ अहूजा की शाही शादी थी।
सौरभ और उसका साथी हनी अहूजा पहले भोपाल में मामूली हालात में रहते थे। लेकिन महादेव सट्टा नेटवर्क से जुड़ने के बाद दोनों ने दुबई में कारोबार संभालना शुरू किया। किराए के मकान में रहने वाला सौरभ मंगलवार को शाही ढंग से 200 करोड़ खर्च कर शादी कर रहा था। इस दौरान ईडी ने दबिश दी। सौरभ को भनक लगते ही उसने हड़बड़ी में 7 फेरे लिए और वहां से फरार हो गया। सूत्रों के मुताबिक, महादेव बेटिंग नेटवर्क से जुड़े कई लोग समारोह में शामिल थे। ईडी को पहले ही सूचना मिल गई थी कि इस शादी में महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोग शामिल होंने आए हैं। इनपुट मिलने पर छत्तीसगढ़ की रायपुर ईडी यूनिट ने होटल में दबिश दी और अलग-अलग कमरों में ठहरे संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी। कार्रवाई के दौरान कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
दुल्हन से भी हुई पूछताछ
ईडी ने दुल्हन से भी पूछताछ की है। जानकारी के अनुसार ईडी को महादेव सट्टा की जांच के दौरान मनी लॉन्डरिंग में कारोबारी सौरभ आहूजा का लिंक मिला। सट्टेबाजी में गिरफ्तार आरोपियों से सौरभ का लेन-देन था। उसे हवाला के माध्यम से मोटी रकम मिली।
महादेव सट्टा ऐप के मास्टर माइंड से है कनेक्शन
सूत्रों के अनुसार, सौरभ का संबंध भोपाल के ट्रेवल कारोबारी धीरज आहूजा और विशाल आहूजा से है। धीरज व विशाल दोनों को ईडी ने आरोपी बनाया है। दोनों भाइयों का कनेक्शन दुबई में बैठे महादेव सट्टा के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से है। इन्होंने सौरभ की शादी में जाने वालों की दुबई की टिकट व होटल में रहने की व्यवस्था की थी। हवाला के माध्यम से इन्हें पेमेंट हुआ था। सट्टेबाजी मामले में ईडी ने 16 अप्रैल को जयपुर में ड्राई फ्रूट व्यापारी भरत दधीच के ठिकानों पर छापा मारा था। उनके सोडाला स्थित एपल रेजीडेंसी में जांच की गई। महादेव सट्टा मामले में ईडी ने एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सिपाही भीम सिंह यादव, अर्जुन, कारोबारी सतीश चंद्राकार, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मनी, असीम दास, अमित अग्रवाल समेत 18 लोगों के गिरफ्तार किया है। जबकि प्रमोटर सौरभ चंद्राकार, रवि उप्पल, शुभम सोनी और अतुल अग्रवाल समेत 13 के खिलाफ फरारी में परिवाद पेश किया है।
महंगी शादी से चर्चा में आया था महादेव एप
महादेव एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर ने फरवरी 2023 में दुबई में 200 करोड़ से ज्यादा खर्च कर शाही शादी की थी। उस समय रायपुर और भिलाई के कई बड़े कारोबारी, नौकरशाह और सट्टा एप से जुड़े लोग प्राइवेट जेट से समारोह में पहुंचे थे। डेकोरेशन से लेकर पेमेंट तक का सारा लेन-देन हवाला के जरिए किया गया था।
कैसे खड़ा हुआ यह सट्टेबाजी साम्राज्य?
छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर ने 2019 में दुबई जाकर महादेव बुक एप की शुरुआत की। पहले जूस की दुकान चलाने वाला यह व्यक्ति देखते ही देखते करोड़ों की सट्टेबाजी का नेटवर्क खड़ा कर बैठा। कोरोना काल में और 2021 के बिना दर्शकों वाले आईपीएल सीजन में महादेव बुक की धंधेबाजी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। अब तक इस एप के करीब 99 लाख यूजर बताए जाते हैं। इसके जरिए क्रिकेट, फुटबॉल सहित तमाम खेलों पर अवैध सट्टा चलता था।
मनी लॉन्ड्रिंग का खेल
ईडी की जांच में सामने आया कि महादेव एप से जुड़े पैनल ऑपरेटर भारी मात्रा में मनी लॉन्ड्रिंग कर रहे थे। कैशबैक और बोनस का लालच देकर लाखों यूजर्स को जाल में फंसाया गया। इस नेटवर्क से जुड़े कारोबारी और ऑपरेटर महंगे होटल, रिसॉर्ट और शादियों के आयोजन के जरिये काले धन को वैध दिखाने का काम कर रहे थे। जयपुर में हुई कार्रवाई के दौरान कई लोग रंगरलियां मनाते पकड़े गए। वहीं, दूल्हा मौके से फरार हो गया। फिलहाल ईडी ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। ईडी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में महादेव सट्टेबाजी नेटवर्क पर और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।